10 मई दोपहर तक दोनों देशों के बीच जंग जैसे हालात बने हुए थे। शाम होते-होते अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सोशल मीडिया पर किए गए ट्वीट के बाद अचानक तस्वीर बदल जाती है । अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट के बाद युद्ध पर अमादा भारत-पाकिस्तान भी खामोश हो जाते हैं । दोनों देशों की सरकारों की ‘युद्ध विराम” पर सहमति आ जाती है । अभी तक दुनिया में दो देशों के बीच ऐसी पहली लड़ाई थी जो इतनी जल्दी खत्म हो गई। देशवासी समझ नहीं पाए कि दोनों देशों के बीच जंग जैसे हालात इतनी जल्दी कैसे सामान्य हो गए ? वैसे इस बार 150 करोड़ भारतीय नागरिक और सेना पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पूरे बुलंद इरादों से मैदान में उतरी थी। देशवासियों का कहना था कि भारत ने पाकिस्तान की घुसकर जमकर पिटाई तो की लेकिन कसर रह गई । इस जंग के मैदान में अमेरिका एक बार फिर हीरो बन गया । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर संदेश दिया कि दुनिया के हम ही चौधरी रहेंगे । डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव इतना बढ़ गया था कि वे परमाणु जंग के बहुत करीब पहुंच गए थे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत-पाकिस्तान जंग को रोकना उनकी सबसे बड़ी सफलताओं में से एक है। हालांकि उन्हें इसका क्रेडिट नहीं मिला। ट्रंप के दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ फूले नहीं समाए और अमेरिकी राष्ट्रपति की जमकर प्रशंसा की। वहीं भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति का समर्थन तो किया लेकिन आपत्ति भी जताई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट में दोनों देशों को कॉमन सेंस और ग्रेट इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने के लिए बधाई दी और इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- ‘अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी रात की बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं। ट्रंप ने कहा कि यह युद्ध विनाश कारण बन सकता था और लाखों अच्छे और निर्दोष लोग मारे जा सकते थे। उन्होंने कहा, मैं भारत और पाकिस्तान के मजबूत और नेतृत्व पर गर्व करता हूं। उन्होंने समय रहते यह समझ लिया कि इस संघर्ष को रोकना आवश्यक था, जिससे लाखों निर्दोष जानें बचाई जा सकीं। यह निर्णय न केवल बहादुरी भरा है, बल्कि इन दोनों देशों की विरासत को और गौरवशाली बनाता है। ट्रंप ने कहा कि मुझे गर्व है कि अमेरिका आपको इस ऐतिहासिक और वीरतापूर्ण निर्णय पर पहुंचने में मदद करने में सक्षम रहा। अपनी पोस्ट में ट्रंप ने यह भी कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर कश्मीर मुद्दे का दीर्घकालिक समाधान तलाशने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा, “शायद ‘हजार साल’ बाद अब समय आ गया है कि हम इस ऐतिहासिक विवाद का समाधान खोजें। हालांकि ट्रंप यह भूल गए कि कश्मीर को लेकर भारत की स्पष्ट नीति रही है कि यह उसका आंतरिक मामला है। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता का दावा करने वाले अमेरिका को भी समझा दिया है। पीएम मोदी ने कहा है कि अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई भी हमला किया जाता है तो इसका अंजाम ठीक नहीं होगा और पाकिस्तान को इसके परिणाम भुगतने होंगे। पीएम ने कहा है कि अगर पाकिस्तान की ओर से गोली चलती है, तो यहां से गोलों से हमले होंगे। उन्होंने पहलगाम हमले के बाद आतंकियों के खात्मे के लिए शुरू किए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर यह भी कहा है कि बीते कुछ दिनों में आतंकी ठिकानों पर हुए हवाई हमले निर्णायक साबित हुए हैं। यह भी स्पष्ट किया गया है कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत किसी भी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं चाहता है और कश्मीर में भारत के लिए एक ही मुद्दा बचा है, और वह है पाक अधिकृत कश्मीर यानी पीओके की वापसी। बता दें कि रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अमेरिका कश्मीर के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करवा सकता है। अब भारत ने इस बयान पर अमेरिका को स्पष्ट कर दिया है कि भारत इस मसले को घसीटना नहीं चाहता और वह अपने तरीके से पाक को जवाब देने में सक्षम है। भारत, पाकिस्तान संघर्ष विराम के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूरे दुनिया भर में अपने पावर की पीठ थपथपाने में लगे हुए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- मेरे बिजनेस आइडिया से दोनों मान गए–
भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई खत्म चुकी है। सीजफायर का श्रेय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्वयं ले रहे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर संदेश दिया कि दुनिया में हम ही सबसे शक्तिशाली हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ने कहा कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाली परमाणु जंग रोक दी है। दोनों देशों के पास बहुत सारे परमाणु हथियार हैं, इससे एक भीषण परमाणु जंग छिड़ सकती थी। लाखों लोग मारे जा सकते थे। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- मैंने दोनों से कहा कि चलिए इसे रोकते हैं। अगर आप इसे रोकते हैं, तो हम व्यापार कर रहे हैं। अगर आप इसे नहीं रोकेंगे तो हम कोई व्यापार नहीं करेंगे। लोगों ने कभी भी बिजनेस का उस तरह से इस्तेमाल नहीं किया जैसा मैंने किया। उन्होंने दोनों देशों को जंग रोकने के बदले उनके साथ ट्रेड करने का प्रस्ताव रखा था। अब मैं बिजनेस का इस्तेमाल हिसाब चुकता करने और शांति स्थापित करने के लिए कर रहा हूं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड के बेटे ट्रंप जूनियर ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर का क्रेडिट पिता को दिया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट लोग बातचीत की टेबल पर हैं और अमेरिका की वजह से दुनिया एक सुरक्षित जगह है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम दिए गए संदेश में एक बार फिर कड़े शब्दों में पाकिस्तान को चेतावनी दी । वहीं पाकिस्तान की ओर से भी प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर पलटवार किया गया। पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान की गुहार पर भारत ने संघर्ष रोकने की सहमति दी है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मिलिट्री एक्शन को केवल स्थगित किया है। पाकिस्तान का रवैया देखकर आगे का एक्शन तय करेंगे। समाधान के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम में निर्दोष मासूमों को उनके परिवार के सामने, बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना आतंक का वीभत्स चेहरा था। हर आतंकवादी और आतंकी संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। युद्ध के मैदान पर हमने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। दुनिया ने देखा कैसे पाकिस्तान के ड्रोन, मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया। टेरर और टॉक एकसाथ नहीं हो सकते हैं, पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता। पाकिस्तान से बात होगी तो टेररिज्म पर ही होगी, अगर बात होगी तो पीओके पर ही होगी। वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण पर कहा कि वो बस अपनी इज्जत बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी का भाषण सुनने के बाद मुझे नहीं लगता कि उनकी बातों में कोई सार बचा है। वहीं पाकिस्तानी सांसद सीनेटर इरफान सिद्दीकी ने कहा कि मोदी ने इस बात को मान लिया है कि संघर्ष की शुरुआत पाकिस्तान ने नहीं की थी। उनके भाषण में कुछ भी भरोसेमंद नहीं था। पाकिस्तान ने भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के बाद ड्रोन हमले शुरू किए थे जिसका भारत ने बखूबी जवाब दिया। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 22 अप्रैल को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाया था। इस ऑपरेशन के दौरान 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
एमपी के मंत्री विजय शाह का कर्नल कर्नल कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान–
मध्य प्रदेश के मंत्री कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान देकर घिर गए हैं । मंत्री के बयान से पार्टी हाईकमान भी सहमत नहीं है । इसके साथ विपक्ष ने भी भाजपा सरकार पर हमला बोला । भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा दिए गए बयान पर बवाल मच गया । उत्तराखंड समेत कई राज्यों में विपक्ष ने मध्य प्रदेश के मंत्री का सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और पुतला फूंका। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा के राज्य संगठन से मंत्री विजय शाह से जुड़े मामले की रिपोर्ट तलब की । समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी मंत्री विजय शाह के एक विवादास्पद बयान पर हर नारी और सेना का अपमान बताया । अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-“मप्र बीजेपी के एक मंत्री जी का अति निंदनीय बयान केवल एक उच्च सैन्य महिला अधिकारी ही नहीं बल्कि देश की हर नारी और सेना का अपमान है। ये महानुभाव सदैव से भाजपाई और उनके संगी-साथियों की ‘नारी विरोधी’ सोच के मुखपत्र रहे हैं। कुछ वर्षों पहले इन्होंने ही देश की एक प्रतिष्ठित अभिनेत्री के कार्य में बाधा डाली थी। बीजेपी की ‘नारी शक्ति वंदन अभियान’ जैसी झूठी घोषणाओं का सच ऐसे लोगों के दुष्विचार खोल देते हैं। ऐसे लोग मंत्री तो क्या, किसी गली-मोहल्ले तक के भी जन प्रतिनिधि नहीं बनने चाहिए। सवाल ये है कि इन्हें बीजेपी वाले स्वयं हटाएंगे या इनके खिलाफ एकजुट नारी शक्ति और जनता। कर्नल सोफिया कुरैशी पर बीजेपी नेता और मंत्री विजय शाह की बयान को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा था। कांग्रेस नेता ने कहा था कि मप्र बीजेपी सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा भारतीय सेना की वीरांगना कर्नल सोफिया कुरैशी को “आतंकवादियों की बहन” कहकर किया गया घृणित और राष्ट्र-विरोधी बयान, न केवल एक गंभीर अपराध है। वहीं मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने आपरेशन सिंदूर की नायिका सोफिया कुरैशी पर अनर्गल टिप्पणी के मामले में स्वत संज्ञान लेकर सुनवाई की। मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के विरुद्ध अविलंब विधि सम्मत कार्रवाई के निर्देश दिए।